The whole life is Sadhana!! :)

Scene:- Ashram Satsang.

The Vishalakshi Mandap. More than 1500 happy people. The source of happiness – His Holiness Sri Sri Ravishankar!

Guruji:- hmmm. so we will speak in Hindi or English!?

{He started out in English, but then Swami Pragyananda entered. }

Guruji:- aapke aanese to Hindi mein hi bolenge! Swamiji ke aanese Bhasha badal gayi!! 🙂

Guruji :- hmmm. to kaise hai sab!

Everyone:- happy!! {lots of laughters, giggles and waving to Guruji!}

Guruji :- तो अभी हम कन्नड़ में ये ही कह रहे थे , की इस दुनिया में सब कुछ बदलता रहता है | कुछ ही दिन पहीले हमने सोचा की देखते देखते आर्ट ऑफ़ लिविंग को तीस साल हो गए! आज हम इधर है, तीस पैतीस साल बाद कहीं और होंगे, फिर जनम लेंगे , नया शरीर नया जीवन !  फिर  कहीं  मिलेंगे , फिर  से  सत्संग  करेंगे !

Everyone:- गुरूजी next लाइफ टाइम में भी आप का साथ चाहिए!

Guruji :- hmm . अभी तो हम है | इस जीवन में समय का सदुपयोग करें |

Guruji :- देखो तुम ऐसे सोचते हो ना, की   जीवन है और उसमे आप साधना करते हो कुछ समय के लिए | फिर बाकी समय जीवन जीते हो  | पूरा जीवन ही साधना है  ! तो अगर आप कोई भी activity कर रहे हो, तो वह साधना है| अगर कोई आप पर घुस्सा कर रहा है तो वह  साधना है|

Guruji :- और साधना परिश्रम से नही करनी है | विश्राम पूर्वक साधना | परिश्रम से शरीर तंदुरुस्त होगा , मन थोड़ी हद तक तंदुरुस्त होगा, लेकिन जो अपनी अन्दर की क्षमता है, वह विश्राम से उभर आएगी |

Guruji :- इसका मतलब ये नही, की बैठे रहे या सोते रहे ! कार्य करते समय विश्राम करना है |

Guruji :- तो  क्या  याद   रखोगे   !? जीवन  में  सब  कुछ  बदलता  रहता  है , और  पूरा  जीवन  ही  साधना  है ! 🙂

……. Flowers, claps, songs, birthday celebrations followed …….

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यावर आपले मत नोंदवा